श्रीनगर। उत्तराखंड में मानव वन्य जीव संघर्ष कम होने का नाम नहीं ले रहा है अब पौड़ी जनपद के रिखणीखाल विकासखंड के गुठेरथा ग्राम पंचायत के तोक गांव कोटा में एक पांच साल के बच्चे को गुलदार ने निवाला बनाया है। बच्चा अपनी मां के साथ रक्षाबंधन पर नानी के घर आया था। आदित्य पुत्र देवेंद्र सिंह को गुलदार घर के आंगन से उठाकर ले गया।
घर से एक किलोमीटर दूर मिला बच्चे का शव
गुठेरथा समेत आसपास के सैकड़ों ग्रामीण बच्चे की तलाश में जंगल और पूरा इलाका खंगाला। सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन वन विभाग की टीमें भी गांव में पहुंच गई। बीते देर रात्रि बच्चे का शव गांव से एक किलोमीटर दूर मिला। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है।
रक्षाबंधन पर बच्चा मां के साथ आया था नानी के घर
स्थानीय लोगों ने बताया कि कोटा गांव के निवासी भारत सिंह की बेटी अर्चना देवी का विवाह विकासखंड के उनेरी गांव में हुआ है। रक्षाबंधन पर्व पर वह अपने पांच साल के बेटे को लेकर अपने मायके कोटा गांव आई थी। देर शाम करीब सात बजे घर के पास घात लगाकर बैठे गुलदार ने बच्चे पर हमला कर दिया और जबडे़ में दबोचकर झाड़ियों में लापता हो गया। घटना की सूचना ग्रामीणों ने लैंसडाउन तहसीलदार शालिनी मौर्य को दी। उन्होंने रिखणीखाल के थानाध्यक्ष संतोष कुमार को घटनास्थल के लिए रवाना करवाया।
कि घटना के बाद गांव के आस पास पांच पिजरे लगाए
सैकड़ों लोग बच्चे की तलाश में जुटे रहे और वन विभाग की दो टीमें भी मौके पर मौजूद रही। ग्रामीणों ने बताया कि अर्चना का पति देवेंद्र सिंह उन्हें अपने वाहन से कोटा गांव के मुख्य मार्ग पर छोड़ गया था। मंगलवार सुबह उन्हें वापस उनेरी गांव लौटना था। रिजर्व फारेस्ट के डीएफओ अनिरुद्ध स्वप्निल ने बताया कि जैसे ही घटना की सूचना मिली वेसे ही विभाग की दो टीमों को घटना स्थल रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि बच्चे का शव गांव से 1 किलोमीटर दूर झाड़ियों में मिला। उधर, वन विभाग का कहना है कि घटना के बाद गांव के आस पास पांच पिजरे लगाए गए हैं। साथ मे 8 टैप कैमरों से गुलदार को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।