लंबे समय से मांगें पूरी न होने पर आंगनबाडी कार्यकत्रियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को आक्रोशित कार्यकित्रयों ने रामनगर आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले डालकर कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया
रामनगर: लंबे समय से मांगें पूरी न होने पर आंगनबाडी कार्यकत्रियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को आक्रोशित कार्यकित्रयों ने रामनगर आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले डालकर कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया. इसी का असर कुमाऊं के प्रवेश द्वार और बड़ी मंडी रामनगर में देखने को मिला.उपेक्षा का आरोप लगाते हुए रामनगर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया.
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां पूरी मेहनत के साथ अपने काम को अंजाम दे रही हैं, लेकिन उनकों मेहनत का वाजिब दाम नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार उनका मानदेय ना बढ़ाकर उनका शोषण कर रही है. उन्होंने सरकार से अपना मानदेय बढ़ाने के साथ ही मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों का विस्तार करने की मांग की. इसके साथ ही सेवानिवृत्त होने पर सम्मान राशि देकर उनकी विदाई करने की मांग की है.
मानदेय 18 हजार रूपए करने की मांग
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों कहा कि लगातार वह मांगों को लेकर सरकार को जगाने का काम कर रही हैं. लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है. हमारी मांग है कि मानदेय को 18 हजार रुपए किया जाये. जब रिटायर हों तो आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानजनक राशि 2 से 4 लाख दी जाए. मिनी केंद्रों को बढ़ा दिया जाये.
मांगों को लेकर पीएम मोदी से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को उम्मीद
कार्यकत्रियों ने कहा कि हमें उम्मीद है कि आठ मार्च को महिला दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) उनकी मांगें पूरी करें, कहा कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो वह बीएलओ कार्य का भी बहिष्कार किया जाएगा।