Farmers movement in Delhi नई दिल्ली। केंद्र सरकार के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद किसान आज 11 बजे दिल्ली कूच करेंगे। किसानों के कूच को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर शंभू बॉर्डर पर हाईड्रोलिक क्रेन, जेसीबी व बुलेटप्रूफ पोकलेन लाई गई है। उधर, पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने किसानों के कूच को रोकने के आदेश दिए हैं।
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर और जगजीत डल्लेवाल बोले, किसी ने नहीं करेंगे बात
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर और जगजीत डल्लेवाल ने कहा है कि अब हम किसी से बात नहीं करेंगे। बुधवार को 11 बजे दिल्ली कूच किया जाएगा। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर कहा कि एमएसपी की मांग को लेकर उन्होंने अपनी एक लीगल टीम भी गठित कर ली है। इस टीम में एडवोकेट अखिल चौधरी को-ऑर्डिनेटर है। टीम में एडवोकेट पंकज श्योराण, अदिति श्योराण, वर्तिका त्रिपाठी, मोहित तोमर और कपिल कुहाड़ शामिल हैं।
शंभू पर जुटे नौजवानों के पास आंसू गैस के गोलों से बचाव के लिए मास्क हैं। मिट्टी से भरे प्लास्टिक के थैले भी इकट्ठा कर लिए गए हैं। किसानों का कहना है कि वैसे तो वह भारी मशीनरी के जरिये सीमेंट से तैयार की भारी बैरीकेडिंग तोड़ लेंगे, लेकिन अगर फिर भी जरूरत पड़ी, तो नदी में इन मिट्टी के थैलों को डाल कर एक अस्थायी पुल बनाने का भी प्लान बी तैयार है। हर हालत में दिल्ली कूच किया जाएगा।
कानून व्यवस्था बनाए रखने को कार्रवाई करे पंजाब सरकार: केंद्र
केंद्र ने अनुमान लगाया है कि पंजाब-हरियाणा सीमा पर 1,200 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों, 300 कारों, 10 मिनी बसों के अलावा छोटे वाहनों के साथ लगभग 14,000 लोग एकत्र हुए हैं और इसके लिए पंजाब सरकार को अपनी कड़ी आपत्ति से अवगत कराया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से यह भी कहा कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति चिंता का विषय है। ऐसे हालातों से निपटने के लिए सरकार शीघ्र ठोस कार्रवाई करे।