पंतनगर, 28 मार्च। महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वांवलंबी बनाने, सशक्तिकरण और उनकी आजीविका संवर्धन हेतु संचालित सखी परियोजना से जुडी महिलाओं ने सखी उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया। हिन्दुस्तान जिंक पंतनगर द्वारा मंजरी फाउण्डेशन के सहयोग से आयोजित इस सखी उत्सव में आस पास के क्षेत्र की 1 हजार से अधिक ‘सखी‘ महिलाओं ने हर्षोल्लास से भागीदारी की।
कार्यक्रम में शाखा प्रबंधक, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक, कालीनगर सुशीला लोधी, ने महिलाओं का आव्हान किया कि वे धेर्य और आत्मविश्वास से स्वयं की पहचान बनाने के लिए बीडा उठाएं। उन्होंने कहा कि गृहिणी महिलाएं भी स्वयं की पहचान बना कर मुकाम हांसिल कर आत्मनिर्भर बने ताकि महिला और परिवार की आय में वृद्धि कर सुखी जीवन, बच्चों की शिक्षा और जिम्मेदारी को निभाने में अहम भूमिका निभा सकें।
हिन्दुस्तान जिंक पतंनगर की यूनिट हेड अनामिका झा ने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक की सीएसआर पहल से जुड़कर सखी महिलाएं एकजुट हो कर स्वयं की पहचान बना रही है जो कि एक उदाहरण है। उन्होंने महिलाओं से निरंतर आगे बढने एवं शिक्षा से जुड़ने का आव्हान किया।
सखी उत्सव में , क्षेत्रीय प्रबंधक, उत्तराखंड ग्रामीण बैंक कृष्ण मोहन सिंह ने कहा कि महिला सखी फेडरेशन की बचत में वृद्धि इस बात की परिचायक है कि ग्रामीण महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही है। सखी समूह आज उद्यमी बन कर उभरी है जो कि आर्थिक और सामाजिक सशक्तिरण का उदाहण है।
मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान, सखी उमंग फेडरेशन की अध्यक्ष ने कुल बचत एवं ब्याज एवं ऋण आदि के संदर्भ में महासंघ के वित्तीय आंकडें़ प्रस्तुत किए। साथ ही ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने में स्वयं सहायता समूह की भूमिका की जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और खेल जैसे कबड्डी एवं चम्मच दौड़ एवं कुर्सी दौड और रस्साकस्सी का आयोजन किया गया। सखी महिलाओं को सखी परियोजना के तहत उनकी उपलब्धियों और उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। अतिथियों ने महिलाओं के उत्साह और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा स्वयं और समाज के सशक्तिकरण हेतु किये जा रहे प्रयासो की सराहना की। अतिथियों ने सखी महिलाओं द्वारा निर्मित स्टाल का अवलोकन उत्पादों की जानकारी ली।
कार्यक्रम में हिंदुस्तान जिंक सीएसआर विभाग, महिला टीम एवं मंजरी फाउंडेशन की टीम उपस्थित थे। देश की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बडी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक द्वारा उत्तराखंड के पंतनगर सहित राजस्थान के 6 जिलों एवं 200 गावों में 2 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत् संचालित सखी पहल के तहत् 25 हजार से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाया है।