Haridwar News| हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर की खाई में मिले महिला के शव यानि हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक दम्पत्ति को गिरफ्तार कर लिया हैं। हत्यारा व्यक्ति मृतका के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहता था। कहीं और शादी हो जाने के बाद उसने ही मृतका से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या कर शव मनसा देवी मन्दिर की खाई में फेंक दिया था।
16 मई को मनसा देवी मंदिर के पास एक महिला का शव मिला था
घटना का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि बीती 16 मई को मनसा देवी मंदिर के पास एक महिला का शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। मनसा देवी पैदल मार्ग से लगभग 100 मीटर आगे हिल बाई पास की तरफ महिला का शव लगभग 20 से 30 मीटर नीचे खाई में पड़ा था। जिस पर पुलिस व आमजन ने मिलकर शव को बाहर निकाला था। मृतका के हाथ पैर व मुंह पर खरोच के निशान थे। जिससे प्रथम दृष्टया माना जा रहा था कि उसकी हत्या हुई है। छानबीन के दौरान एक मोबाइल नंबर का पता चलने पर पुलिस ने उससे संपर्क किया और युवती की फोटो व्हाट्सएप पर भेजी। बात करने वाले शख्स ने अपना नाम मोनू कुमार बताया और बताया कि महिला उसकी पत्नी थी। जिसका नाम पूजा पुत्री विजय मिश्रा निवासी धनसिया मधुबनी विहार है। युवक ने बताया कि वह दो साल पहले भाग गयी थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने के कारण मौत की बात सामने आई
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया पूजा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने के कारण मौत की बात सामने आई। जिस पर पुलिस ने उसकी हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। इस दौरान सीसी कैमरे ख्ंागालने पर पुलिस को पता चला कि घटना के दिन मृतका पूजा के साथ एक पुरूष, महिला व एक बच्चा आते हुए दिखाई दिये। लेकिन वापसी के समय संदिग्ध पुरूष, महिला और बच्चे के साथ पूजा मौजूद नही थी। हाथी पुल के पास चाय की दुकान के मालिक ने उक्त संदिग्ध के गुगल/फोन से भूगतान करने की जानकारी देते हुए यूपीआई आईडी उपलब्ध करायी गई। जिस पर पुलिस ने अथक प्रयासों के बाद एक सूचना के आधार पर उक्त संदिग्ध महिला व पुरूष को बीती शाम खडखडी के पास से हिरासत में ले लिया। जिन्होने पूछताछ में अपना नाम रोशन कुमार कामत व खुशबु कुमारी बताया। उन्होंने बताया कि मृतका की शादी बिहार निवासी मोनू कुमार से हुयी थी। लेकिन 02 साल पहले वो वहां से भागकर हरियाणा आ गयी और रोशन के साथ लिवइन में रहने लगी। कुछ समय बाद रोशन की शादी किसी अन्य युवती (खुशबु) से हो गयी। शुरुआत में गांव में रही रही खुशबु जब अपने पति के साथ रहने हरियाणा आयी तो अवैध संबंधों की जानकारी होने पर खुशबु ने एतराज जताया। अलग रहने को कहने पर अक्सर रोशन और पूजा के बीच झगडे होने लगे। इस बीच जब तीनों बच्चे सहित घुमने हरिद्वार आये और मनसा देवी दर्शन के लिए गए तो एक बार फिर रोशन और पूजा के बीच झगडा होता देख खूशबू बच्चे को लेकर आगे चली गयी। इस बीच रोशन ने गला दबा कर पूजा की हत्या कर दी और शव को नीचे खाई मे फेंक दिया था। जिसके बाद खुशबू व रोशन वापस गुरूग्राम भाग गये।