युवाओं के व्यक्तित्व विकास में एनएसएस की महत्वपूर्ण भूमिका-डॉ० विजय सेमवाल

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वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर। नई टिहरी में स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज पांगर खाल में 7 दिवसीय शिविर आयोजित किया गया है।
पांगरखाल की नि-वर्तमान प्रधान संगीता सजवाण, स्वास्थ्य आशा वर्कर की पदाधिकारी आशा सजवाण व एनएसएस के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर विजय प्रकाश सेमवाल ने सरस्वती के चित्र का अनावरण तथा दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
सात दिवसीय शिविर का संचालन करते हुए, एनएसएस के वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डॉ० विजय प्रकाश सेमवाल ने सात दिवसीय शिविर की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण तथा समाजोत्थान में स्वयंसेवियों की महत्वपूर्ण भूमिका हुआ करती है।
उन्होंने कहा-आज के युवा पीढ़ी के कंधों पर कल, देश-प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी होगी।
लिहाजा स्वयंसेवियों को अपने दायित्व को समझने की जरूरत है, ताकि वक्त आने पर वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बेहतर तरीके से कर सकें।
उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि वे, जिस शैक्षणिक विषय के शिविर में सामाजोत्थान की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं,उसे स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, सहयोगात्मक भावना ,सामूहिक जन उत्थान, वृक्षारोपण नशा मुक्ति, महिला उत्थान के कार्यों में रुचि लेकर, इन कार्यों को धरातल पर उतारने की मन में ठान लें, तो निश्चित ही देश व क्षेत्र में विकास की अनुपम व अनोखी मिसाल देखने को मिलेगी।
कहा कि इसीलिए युवाओं के व्यक्तित्व विकास में एनएसएस की महत्वपूर्ण भूमिका हुआ करती है।
इस मौके पर ग्राम पंचायत पांगरखाल की नि-वर्तमान प्रधान संगीता सजवाण ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों को सविस्तार बताते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं को एनएसएस के शिविरों की आयोजन के मकसद को गंभीरता से समझने की जरूरत है।
स्वास्थ्य वर्कर आशा सजवाण ने कहा कि स्वयंसेवी यदि प्रशिक्षण को गहराई से प्राप्त करें तो,जन भागीदारी से होने वाले कार्यों के बल पर, राष्ट्र की प्रगति दिन दूनी रात चौगुनी होने की उम्मीद की जा सकती है, और युवा वर्ग देश को विकास की नई दिशा देने में सक्षम हो सकते हैं।
इस मौके पर डॉ० आशा ने जल स्रोतों की सुरक्षा, संवर्धन तथा मलिन बस्तियों में स्वच्छता अभियान चलाने पर बल दिया।
शिविर के दौरान स्वयंसेवियों के साथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने इंटर कॉलेज पांगरखाल के उबड़-खाबड़ मैदान का समतलीकरण करके सामूहिक कार्य संपादन का बेहतरीन उदाहरण पेश किया।
अनिल व पायल के नेतृत्व में यमुना ग्रुप ने इंटर कॉलेज का पैदल मार्ग के साथ पार्क की सफाई की, वहीं गंगा ग्रुप ने पहाड़ी व्यंजनों को बनाने की विधि को भोज्य पदार्थों के पकवान बनाकर धरातल पर उतार कर प्रशंसनीय कार्य किया।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार गंगा थपलियाल, धनपाल गुनसोला, डॉक्टर कामिनी खंडूरी, डॉ० वंदना चौहान, डॉ० मीनाक्षी शर्मा,डॉ० नूर हसन, डॉ० रजनी गुसाईं ,डॉ० भारती जायसवाल और डॉक्टर गीता सैनी आदि ने यूनिफॉर्म सिविल कोड की विस्तृत जानकारियां सभी के साथ साझा की।

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