मिशन का उद्देश्य धर्म, जाति और पंथ की बाधाओं से मुक्त समाज का निर्माण करना है-रमित चांदना

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संत समागम में उमड़ी श्रद्धालुओं भारी भीड़, हॉकी/क्रिकेट का क्रीड़ा मैदान भी पड़ गया छोटा

वाचस्पति रयाल@नरेन्द्रनगर। सं त निरंकारी मिशन द्वारा यहां स्थित इंटर कॉलेज के क्रीड़ा मैदान में आयोजित विशाल संत समागम में, हजारों श्रद्धालुओं का ऐसा सैलाब उमड़ा कि हॉकी/क्रिकेट का क्रीड़ा मैदान श्रोताओं के लिए छोटा पड़ गया।
यह दूसरा मौका था जब शहर ही नहीं, बल्कि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों से भी श्रद्धालुओं ने भारी तादाद में निरंकारी संत समागम में पहुंचकर अनमोल प्रवचनों को सुनकर पुण्य का लाभ कमाया।

इससे पहले वर्ष 2012 में इसी क्रीड़ा मैदान में आयोजित संत समागम में श्रद्धालुओं की ऐसी भीड़ देखने को मिली थी।
इस विशाल संत समागम में प्रवचन करते हुए मिशन के ज्ञानी संत राज पिता रमित चांदना ने कहा कि परमात्मा कण-कण में विराजमान है, मानव सेवा ही ईश्वर पूजा है, और भक्ति में शक्ति निहित है। उन्होंने प्रवचन करते हुए आगे कहा कि मिशन का मकसद सबको साथ लेकर चलने वाला एक ऐसा आध्यात्मिक अभियान है, जो धर्म जाति और पंथ की बाधाओं से मुक्त होकर ,समाज में सद्भाव, शांति व सह- अस्तित्व का वातावरण स्थापित करने को तत्पर है।
इस मौके पर मसूरी से आए जोनल इंचार्ज हरभजन सिंह, ज्ञान प्रचारक धर्मेंद्र पयाल ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि सद्गुरु के माध्यम से ही परमपिता- परमात्मा की जानकारी प्राप्त हो सकती है।
परमात्मा को जानकर ज्ञान की प्राप्ति होती है, और ज्ञान के बहुमूल्य विचारों से संसार में भाईचारा स्थापित होता है। कहा कि बिना सत्संग के मानव मस्तिष्क में विवेक पैदा नहीं होता।
इस मौके पर सेवा दल के मुख्य संचालक एसके जुनेजा, सुरेश कनौजिया, दिलबर पंवार,दीपा जोशी व टिहरी जिले के क्षेत्रीय संचालक गब्बर सिंह चौहान ने कहा कि मिशन का उद्देश्य सेवा,सत्संग और सुमिरन का भाव लेकर रक्तदान, वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान व प्राकृतिक आपदाओं जैसे कार्यों में समाज हित में भागीदारी सुनिश्चित करना है।
कार्यक्रम के संयोजक कल्याणसिंह नेगी ने मिशन के राजापिता रमित चांदना सहित मिशन के क्षेत्रीय संचालकों, ज्ञान प्रचारकों तथा संत समागम में मौजूद सुदूर क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया व कहा कि मिशन का मकसद समाज में सहनशीलता, विनम्रता, प्यार, दया, सहानुभूति और अमन चैन स्थापित करना है और यह सब ज्ञान चक्षु से ही संभव है।
इस मौके पर मिशन के मुखी नरेंद्र राठौर, नरेश बिरमानी, ज्ञान प्रचारक इंदिरा नकोटी, अमित आहूजा, चंद्रशेखर कोठारी, जोगेश मिश्रा ने अपने बहुमूल्य विचारों से श्रद्धालुओं को प्रेरित किया।
अक्सर वीरान होते जा रहे, इस ऐतिहासिक नगरी, जहां लोग भी गिनती के होते हैं और बहुत मंदे व्यापार के चलते, बंदरों से अपने सामान की रक्षा करते देखे जाने वाले मायूस व्यापारियों में,इस विशाल संत समागम के मौके पर,शहर में जबरदस्त रौनक देखने को मिली, लोगों ने जमकर खरीददारी भी की, तो व्यापारियों के चेहरों पर भी मुस्कान देखने को मिली।
इस मौके पर मिशन के मीडिया प्रभारी राजपाल, ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारी, निर्मला,रमेश असवाल, राजेंद्र सिंह गुसाईं, प्रेम सिंह कैन्तुरा, महावीर सिंह कैन्तुरा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन ज्योति नेगी ने किया।

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